Sushma Manandhar – Chha Ki Chhaina (Nepali Gajal)

सुषमा मानन्धर – छ कि छैन (गजल)

हाँगा हाँगै पालुवा झुले
फूलको डाली छ कि छैन

रोपेर मात्र हुन्न फूल
हुर्काउने माली छ कि छैन

भर्यौ होला मनका कुना
कतै खाली छ कि छैन

कति गर्छौ रीसै मात्र
दिने ताली छ कि छैन

सोझी परें बरु तिम्रो
मन जाली छ कि छैन

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