Mukul Dahal – Kshan Saanjh Ko Chot

मुकुल दाहाल – क्षण सांझको चोट

मनको कुरा रिस
सीमातीत सीमान्त रित्तो देश
जीवनवृत्त मस्तिष्क
पानीमय पदोन्नति
अपराधसभा आघातको सागर
यात्रा बजिरहेको छ ढोलक
जाडो मृत्युमा कविता
संवेदनशून्य
जीवितहरू
कवि
कवि २
कवि ३
कवि ४
कवि ५
बिगब्याङ
वास्नाबोध
उदासी
भ्रम
एक्लोपन
मायामण्डल
पुस्ताअन्तर
ध्वंस
तिमी र म