लेखनाथ पौड्याल – पतित-पावनी श्री गङ्गाजीको झाँकी
ठाडै कैलाशदेखी
द्रुततर गतिले गड्गडाएर झर्दी
झर्दा श्रीशङ्करैको
गल-गलित ठुलो सर्पझैं सल्ल पर्दी ।
लाखौं चट्टान चिर्दी
विकट गिरिशिला-कन्दरा चूर्ण Continue reading “Lekhnath Paudyal – Patita-Pawani Shree Gangaji Ko Jhanki”